माँ मुझे फिर से थाम लो ( maa mujhe fir se thaam lo )
माँ बहुत कठीन है जीवन की डगर, मुझे फिर से अपनी बाहों में पकड़, माँ मुझे फिर से थाम […]
माँ बहुत कठीन है जीवन की डगर, मुझे फिर से अपनी बाहों में पकड़, माँ मुझे फिर से थाम […]
आसमानी परी नहीं बेटी तूं मर्दानी है, शक्ति का अवतार ( shakti ka avtar ) है तूं, फूल नहीं
चलो एक मन्नत ( ek mannat ) मांग लेते हैं, अपनी-अपनी माँ के लिए, वो चैन की नींद सोए सदा,
मैं जब डोली ( Doli ) में बैठूंगी पिता जी, मुझे हंसकर आप विंदा करना , हम कैसे सुख-दुख बांटा
परिवार के मंगल के लिए, भुखे रह जाने की शक्ति, एक माँ के सिवा और किस में है, माँ
माँ बाजार से लाई थी एक दुपट्टा ( ek duptta ) मोतियों से जड़ा, उसे रखती थी बहुत संभालकर, उस
माँ की यादें ( maa ki yaaden ) अब मेरा जीवन, बुझा-बुझा सा रहता है अब मेरा मन, मेरा
बेटी के लिए भी खुले रखना द्वार माँ, अपने दिल के भी अपने घर के भी, मुझे भी करना
मुझे जी-भरकर सोना है पापा, मुझे आपके जैसा क्यों होना है पापा, मैं अलग हूँ (main alag hoon ) मेरे
माँ की प्रार्थना ( maa ki prarthana ) जीवन बदल देंगी, हमारी हर मनोकामना सफल कर देंगी, वो अपनी प्रार्थनाओं